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12 देशों पर अमेरिका की यात्रा पाबंदी, अफ्रीकी देशों में बढ़ी नाराजगी

नजदीकी संबंधों में तनाव, अफ्रीकी देशों में अमेरिका की नई यात्रा नीति को लेकर नाराजगी

चाड सरकार ने अमेरिका के खिलाफ सख्त प्रतिक्रिया देते हुए अमेरिकी नागरिकों के लिए वीजा जारी करना बंद करने का फैसला किया है। यह निर्णय ऐसे समय में आया है जब अमेरिका ने चाड समेत कई अन्य देशों के नागरिकों के अपने यहां प्रवेश पर पाबंदी लगाई है। इस कदम से दोनों देशों के रिश्तों में खटास आ सकती है।

राष्ट्रपति महामत इदरीस डेबी ने सोशल मीडिया पोस्ट में इस फैसले की जानकारी देते हुए कहा, “हमारे पास दौलत नहीं है, लेकिन हमारी गरिमा और आत्मसम्मान हमारे सबसे बड़े संसाधन हैं।” उन्होंने कहा कि चाड सरकार अब पारस्परिकता के सिद्धांत पर चलते हुए अमेरिका के नागरिकों को वीजा जारी नहीं करेगी।

अमेरिका की नई यात्रा नीति के तहत अफगानिस्तान, म्यांमार, चाड, कांगो गणराज्य, इक्वेटोरियल गिनी, ईरिट्रिया, हैती, ईरान, लीबिया, सोमालिया, सूडान और यमन जैसे देशों के नागरिकों पर अमेरिका आने पर रोक लगा दी गई है। इसके साथ ही सात अन्य देशों के लिए भी यात्रा नियमों को सख्त कर दिया गया है। यह नीति सोमवार से लागू मानी जाएगी।

जहां चाड ने तीव्र विरोध जाहिर किया है, वहीं कांगो गणराज्य ने कहा कि उनका नाम सूची में एक गलतफहमी के चलते शामिल किया गया है। प्रवक्ता थियरी मोंगल्ला ने स्पष्ट किया, “कांगो कोई आतंकी देश नहीं है और न ही हमारी कोई चरमपंथी नीति है। हम उम्मीद करते हैं कि यह गलती जल्द सुधारी जाएगी।”

दूसरी ओर, सिएरा लियोन ने इस स्थिति से निपटने के लिए कूटनीतिक रास्ता अपनाने की बात कही है। सूचना मंत्री चेर्नोर बाह ने कहा कि उनका देश अमेरिका के साथ संवाद के माध्यम से इस मुद्दे को सुलझाने के लिए तैयार है और यात्रा प्रतिबंध हटाने की दिशा में हरसंभव सहयोग करेगा।

विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिका की यह नीति उसकी राष्ट्रीय सुरक्षा प्राथमिकताओं से जुड़ी है, लेकिन इसका असर उन देशों पर भी हो रहा है जो सहयोग की मुद्रा में हैं। चाड जैसे देश अमेरिका की कार्रवाई को भेदभावपूर्ण मानते हुए कड़ी प्रतिक्रिया दे रहे हैं, जिससे अमेरिका और अफ्रीकी देशों के बीच संबंध और जटिल हो सकते हैं।

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