Breaking News
सीएम धामी ने किया 126 करोड़ की 27 विकास योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास
भारत ने आतंकवाद पर अपनाया कड़ा रुख- डॉ. एस. जयशंकर
रुद्रप्रयाग में बड़ा हादसा टला, हेलीकॉप्टर में आई तकनीकी खराबी, सड़क पर करवाई इमरजेंसी लैंडिंग
राहुल गांधी का भाजपा पर बड़ा हमला, महाराष्ट्र चुनाव को बताया ‘मैच फिक्सिंग’
सीएम धामी ने कालू सिद्ध मंदिर में की पूजा-अर्चना
जौनसार-बावर में राशन संकट पर डीएम सख्त, विक्रेताओं को चेताया
क्या धूम्रपान आपकी उम्र 10 साल तक घटा सकता है? आइये जानते हैं क्या कहते हैं स्वास्थ्य विशेषज्ञ
जनता दरबार और चौपालों के माध्यम से समस्याओं का समाधान हो- मुख्यमंत्री धामी
यूसीसी- निशुल्क विवाह पंजीकरण की अंतिम तिथि 26 जुलाई

श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में 850 मरीजों ने उठाया निःशुल्क नेत्र परीक्षण शिविर का लाभ

राज्यपाल की प्ररेणा से आंखे हैं अनमोल मुहिम को आगे बढ़ाया

200 रोगियों की निःशुल्क मोतियोबिंद सर्जरी एवम् पुतली प्रत्यारोपण हुआ

25 दिसम्बर से 31 दिसम्बर तक आयोजित शिविर का मरीजों ने उठाया लाभ

देहरादून। श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के नेत्र रोग विभाग की ओर से निःशुल्क नेत्र परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया। महामहिम राज्यपाल, उत्तराखण्ड ले.जर्नल गुरमीत सिंह की प्रेरणा एवम् मार्गदर्शन से आयोजित कैंप का आमजन ने बढ़चढ़कर लाभ उठाया। 25 दिसम्बर से 31 दिसम्बर तक आयोजित शिविर में रोगियों का निःशुल्क नेत्र परीक्षण, औषधियों का वितरण, मोतियाबिंद का आॅपरेशन व निःशुल्क चश्मा वितरण किया गया। यह जानकरी श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के नेत्र रोग विभाग की विभागाध्यक्ष डाॅ तरन्नुम शकील ने दी।

श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में शिविर का शुभारंभ मुख्य अतिथि डाॅ अशोक नायक, प्राचार्य श्री गुरु राम राय इंस्टीट्यूट आॅफ मेडिकल एण्ड हैल्थ साइंसेज ने किया। नेत्र रोग विभाग की विभागाध्यक्ष डाॅ तरन्नुम शकील ने जानकारी दी कि दृष्टिहीनता निवारण सप्ताह के अन्तर्गत 850 रोगियों को निःशुल्क चिकित्सकीय परामर्श दिया गया। शिविर के अन्तर्गत 200 रोगियों की निःशुल्क मोतियाबिंद सर्जरी एवम् पुतली प्रत्यारोपण किया गया। श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के द्वारा शिविर के आयोजन की जानकारी को अधिक से अधिक लोगों तक प्रचारित प्रसारित किया गया। उन्होंने आखें है अनमोल स्लोगन को परिभाषित करते हुए सभी से नेत्र सुरक्षा के प्रति जागरूक रहने की अपील की। शिविर को सफल बनाने में नेत्र विभाग के सभी डाॅक्टरों व रेजीडेंटस सहित आॅप्टोमिट्रिस्टस का विशेष सहयोग रहा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top