Breaking News
कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने गल्जवाड़ी में 92 लाख की लागत से बनने वाले सामुदायिक भवन का किया शिलान्यास
मुख्यमंत्री धामी ने उच्चाधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक, दिए सख्त निर्देश
एक देश एक चुनाव से और अधिक सशक्त होगा लोकतंत्र – मुख्यमंत्री
खनन माफियाओं पर शिकंजा, पौड़ी खनन विभाग ने कमाए 29.62 करोड़ रुपये
2009 के बाद पहली बार निर्धारित समय से पहले दस्तक देगा मानसून, मौसम विभाग ने दी जानकारी
पदक विजेताओं को नगद इनाम के लिए पैसा जारी, खेल मंत्री रेखा आर्या ने जताया मुख्यमंत्री का आभार
भारत से हारने की खुशी में मुनीर को पाक ने पहनाया हार- महाराज
चुनाव में पारदर्शिता के लिए आयोग सख्त, व्यय विवरण न देने वालों पर होगी कार्रवाई
क्या आप भी करते हैं गर्मियों में अधिक आम का सेवन, अगर हां, तो जान लीजिये इसके नुकसान  

खनन माफियाओं पर शिकंजा, पौड़ी खनन विभाग ने कमाए 29.62 करोड़ रुपये

ईमानदारी की मिसाल बने खनन अधिकारी राहुल नेगी, अप्रैल में ही 4.73 करोड़ का राजस्व, 13 वाहन सीज

पौड़ी। जनपद पौड़ी में खनन विभाग ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के दौरान निर्भीक और सशक्त कार्यप्रणाली से एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। खनन अधिकारी राहुल नेगी के नेतृत्व में विभाग ने जहां एक ओर रिकॉर्ड राजस्व अर्जित किया, वहीं दूसरी ओर अवैध खनन पर कठोर कार्रवाई कर सरकारी खजाने को बड़ा लाभ पहुंचाया।

वर्षभर में विभाग द्वारा कुल 29.62 करोड़ रुपये का राजस्व राज्य सरकार को प्रदान किया गया, जिसमें 2.62 करोड़ रुपये की वसूली अवैध खनन व भंडारण के विरुद्ध की गई प्रभावी कार्रवाई से प्राप्त हुई। विभाग ने 41 मामलों में कठोर कार्रवाई करते हुए खनन माफियाओं की गतिविधियों पर रोक लगाई। साथ ही 154 वाहनों के विरुद्ध चालानी कार्रवाई करते हुए 35.58 लाख रुपये का अतिरिक्त राजस्व भी प्राप्त किया गया।

अप्रैल में ही 4.73 करोड़ का राजस्व, 13 वाहन सीज

सिर्फ अप्रैल 2025 की बात करें तो विभाग ने महज एक माह में ही 4.73 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया। इस अवधि में अवैध खनन के तीन मामलों का खुलासा किया गया और 13 वाहनों को सीज किया गया, जो कि विभाग की तत्परता और सख्ती का स्पष्ट प्रमाण है।

ईमानदार नेतृत्व और प्रशासनिक समर्थन का नतीजा

खनन अधिकारी राहुल नेगी की सक्रियता और पारदर्शी कार्यप्रणाली की सराहना स्वयं जिलाधिकारी द्वारा भी की गई है। विभाग की यह उपलब्धि इस बात का प्रतीक है कि जब कोई अधिकारी ईमानदारी, निडरता और समर्पण के साथ कार्य करता है, तो न केवल राजस्व में वृद्धि होती है, बल्कि अवैध गतिविधियों पर भी प्रभावी नियंत्रण स्थापित किया जा सकता है।

यह उदाहरण यह भी दर्शाता है कि यदि राज्य के अन्य विभाग भी इसी प्रकार प्रतिबद्धता के साथ कार्य करें, तो न केवल राजस्व हानि रोकी जा सकती है, बल्कि प्रदेश की विकास योजनाओं को भी अधिक संसाधन मिल सकते हैं।

प्रदेश की जनता को ऐसे ही ईमानदार, निष्ठावान और कर्मठ अधिकारियों की अपेक्षा है, जो व्यवस्था में विश्वास और सुशासन की भावना को और मजबूत करें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top