Breaking News
कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने गल्जवाड़ी में 92 लाख की लागत से बनने वाले सामुदायिक भवन का किया शिलान्यास
मुख्यमंत्री धामी ने उच्चाधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक, दिए सख्त निर्देश
एक देश एक चुनाव से और अधिक सशक्त होगा लोकतंत्र – मुख्यमंत्री
खनन माफियाओं पर शिकंजा, पौड़ी खनन विभाग ने कमाए 29.62 करोड़ रुपये
2009 के बाद पहली बार निर्धारित समय से पहले दस्तक देगा मानसून, मौसम विभाग ने दी जानकारी
पदक विजेताओं को नगद इनाम के लिए पैसा जारी, खेल मंत्री रेखा आर्या ने जताया मुख्यमंत्री का आभार
भारत से हारने की खुशी में मुनीर को पाक ने पहनाया हार- महाराज
चुनाव में पारदर्शिता के लिए आयोग सख्त, व्यय विवरण न देने वालों पर होगी कार्रवाई
क्या आप भी करते हैं गर्मियों में अधिक आम का सेवन, अगर हां, तो जान लीजिये इसके नुकसान  

ब्रश करते समय कहीं आपके दांतों से भी तो नहीं आ रहा खून खतरनाक बीमारी के हैं लक्षण

ब्रश करते समय अगर दांतों में दर्द महसूस हो या खून आए या फिर किसी तरह की सूजन है तो इग्नोर करने की बजाय तुरंत अलर्ट हो जाएं। डेंटिस्ट के पास जाकर सलाह लें क्योंकि ये किसी बीमारी के शुरुआती लक्षण भी हो सकते हैं। दरअसल, ब्रश या कुल्ला करके हम सिर्फ दांतों को ही इंफेक्शन से नहीं बल्कि ओवरऑल हेल्थ को बचाने का काम करते हैं। लेकिन अगर एक हफ्ते तक दांतों या मंसूड़ों में खून आने, सूजन या दर्द की समस्याएं हो तो बिने देर किए डेंटिस्ट के पास जाना चाहिए।

दांतों या मंसूड़ों से खून क्यों आता है
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, मसूड़ों से खून निकलने की एक नहीं कई वजहें हो सकती हैं. अमेरिकन डेंटल एसोसिएशन के मुताबिक, कई बार मसूड़ों में सूजन के कारण भी ब्रश करते समय खून आने लगता है। ये मसूड़ों में बीमारी के शुरुआती लक्षण हैं. मसूड़ों की बीमारी को पेरियोडोंटल डिजीज भी कहते हैं। इस बीमारी में दांतों के चारों ओर मसूड़ों और हड्डियों में संक्रमण हो जाता है। जिससे चारों तरफ प्लक(क्कद्यड्डह्नह्वद्ग) बनने लगते हैं. इस बीमारी में दांतों से खून भी आता है।

दांतों से खून आने की समस्या कब खतरनाक
महिलाओं में इस बीमारी के लक्षण प्यूबर्टी, प्रेगनेंसी, मेनोपॉज या मेंस्ट्रुअल साइकिल के दौरान देखने को मिलते हैं. उनमें ऐसा हार्मोनल बदलाव के कारण होता है।

हार्मोन मसूड़ों के पास जमा
बैक्टीरिया और प्लक के प्रति ज्यादा सेंसेटिव होते हैं. इसके अलावा स्मोकिंग, जेनेटिक, डायबिटीज जैसी बीमारी में इसका खतरा बढ़ सकता है. किसी तरह का एस्ट्रॉयड मेडिसीन या ओरल कॉन्ट्रासेप्टिव्स ले रहे हैं या फिर कैंसर या ड्रग थेरेपी चल रही है तो दिक्कतें बढ़ सकती हैं।

इस तरह करें बचाव
दिन में कम से कम दो से तीन बार ब्रश जरूर करें।

डाइट को संतुलित रखें
डेंटिस्ट के पास जाकर नियमित तौर पर जांच करवाएं।
स्मोकिंग और च्वींगम से बचें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top