Breaking News
यूपी में नौ विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद बसपा ने किया बड़ा ऐलान 
हर्ष फायरिंग के दौरान नौ वर्षीय बच्चे को लगी गोली, मौके पर हुई मौत 
अपने सपनों के आशियाने की तलाश में हैं गायिका आस्था गिल
केदारनाथ विधानसभा सीट पर मिली जीत से सीएम धामी के साथ पार्टी कार्यकर्ता भी गदगद
क्या लगातार पानी पीने से कंट्रोल में रहता है ब्लड प्रेशर? इतना होता है फायदा
प्रधानमंत्री मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 116वें एपिसोड को किया संबोधित
क्या शुरू होगा तीसरा विश्व युद्ध? व्लादिमीर पुतिन की धमकी और बढ़ता वैश्विक तनाव
देहरादून के इस इलाके में देर रात अवैध रुप से चल रहे बार और डांस क्लब पर पुलिस ने मारा छापा
प्रदेश के खेल इंफ़्रास्ट्रक्चर में मील का पत्थर साबित होगा लेलू में बन रहा बहुउद्देशीय क्रीड़ा हॉल – रेखा आर्या

फेसबुक और इंस्टाग्राम सबसे आक्रामक ऐप, यूजर के डेटा लेने में सबसे आगे

रिपोर्ट में खुलासा

सैन फ्रांसिस्को। आपके फोन से डेटा लेने के मामले में मेटा के स्वामित्व वाले फेसबुक और इंस्टाग्राम सबसे आक्रामक ऐप हैं। एक नई रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है। साइबर सुरक्षा कंपनी सर्फशार्क ने 100 लोकप्रिय ऐप्स का विश्लेषण करते हुए शोध किया और उन्होंने पाया कि फेसबुक और इंस्टाग्राम सबसे अधिक डेटा के भूखे हैं। इसने 32 मानदंडों के अनुसार ऐप्स को रैंक किया, जो ऐप्पल की गोपनीयता नीति में शामिल हैं, जैसे भुगतान जानकारी, ब्राउजि़ंग हिस्ट्री और इग्जैक्ट लोकेशन। शोधकर्ताओं ने कहा, चूंकि इंस्टाग्राम और फेसबुक मेटा प्लेटफॉर्म के उत्पाद हैं, इसलिए इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि ये दोनों ऐप एक ही तरह से डेटा एकत्र करते और उसे रखते हैं।

उन्होंने कहा, दोनों ऐप ऐप्पल द्वारा परिभाषित सभी 32 डेटा पॉइंट एकत्र करते हैं और ऐसा करने वाले केवल वही दो ऐप हैं। फेसबुक और इंस्टाग्राम ने ट्रैकिंग के लिए 32 यूजर डेटा प्वाइंट्स में से नाम, भौतिक पता और फोन नंबर सहित सात का उपयोग किया। रिपोर्ट में कहा गया है कि शेष का उपयोग यूजर की पहचान के लिए किया गया, लेकिन ट्रैकिंग के लिए नहीं। हालाँकि एक्स (पूर्व में ट्विटर) ने कम यूजर डेटा एकत्र किया था, लेकिन इसे बाहरी पार्टियों के साथ साझा करने में उसकी अनिच्छा सबसे कम थी।

इसके द्वारा एकत्र किए गए और व्यक्तियों से जुड़े 22 डेटा प्रकार में से लगभग आधे का उपयोग ट्रैकिंग के लिए किया गया था। कुल मिलाकर, 10 सोशल मीडिया और मैसेजिंग एप्लिकेशन को शोध में शामिल किया गया और यह पाया गया कि इन ऐप्स ने औसत मात्रा से अधिक यूजर डेटा एकत्र किया। इस बीच, एक अमेरिकी न्यायाधीश ने फैसला सुनाया है कि मेटा के संस्थापक और सीईओ मार्क जुकरबर्ग को कंपनी की चेहरा पहचान तकनीक के संबंध में टेक्सास में चल रहे मुकदमे के हिस्से के रूप में एक बयान में देना होगा।

सीएनबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, न्यायमूर्ति जेफ रैम्बिन द्वारा मंगलवार को दिए गए एक फैसले के अनुसार, प्रांतीय अदालत ने मेटा की हालिया अपील को खारिज कर दिया है, जिसमें अज्ञात तारीख पर जुकरबर्ग को मौखिक बयान देने के लिए बाध्य करने वाले आदेश से राहत की मांग की गई थी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top