Breaking News
जलवायु संकट अभी भी मुद्दा नहीं
उत्तराखण्ड नगर निकाय चुनाव की अधिसूचना जल्द जारी होगी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को डोमिनिका के सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार से किया गया सम्मानित
कल से शुरू होगा भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहला टेस्ट, जाने मैच से जुडी बातें
मुख्यमंत्री धामी ने सौंग बांध परियोजना पर विस्थापन की कार्यवाही जल्द करने के दिए निर्देश
दूनवासियों के लिए खतरा बनी हवा, चिंताजनक आंकड़े निकलकर आए सामने
कांतारा: चैप्टर 1 की रिलीज डेट आउट, 2 अक्टूबर 2025 को सिनेमाघरों में दस्तक देगी फिल्म
उत्तराखण्ड बन रहा है खिलाड़ियों के लिए अवसरों से भरा प्रदेश- खेल मंत्री रेखा आर्या
सर्दियों में टूटने लगे हैं बाल तो इस चीज से करें मालिश, नहीं होगा नुकसान

टी20 विश्व कप 2024 के फाइनल मुकाबले में जीत के बाद कोहली और रोहित शर्मा ने टी20 अंतरराष्ट्रीय से लिया संन्यास

रोहित 2007 से तो विराट 2010 से रहे भारत की टी20 टीम का हिस्सा

नई दिल्ली। टी20 विश्व कप 2024 के फाइनल के बाद विराट कोहली और रोहित शर्मा ने टी20 अंतरराष्ट्रीय से संन्यास ले लिया। खिताब जीतते ही विराट ने तुरंत ही ब्रॉडकास्टर को संन्यास के बारे में बता दिया, वहीं रोहित ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में संन्यास की घोषणा की। दोनों के टी20 अंतरराष्ट्रीय से संन्यास लेने से भारत के एक क्रिकेट युग का अंत हो गया। रोहित 2007 से तो विराट 2010 से भारत की टी20 टीम का हिस्सा रहे हैं। दोनों ने इस प्रारूप में कई बड़े रिकॉर्ड बनाए और अब टी20 चैंपियन बनाकर अपने-अपने करियर का अंत किया।

कोहली ने अपने टी20 अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत 12 जून 2010 को की थी। अब 14 साल बाद जून में ही अपना आखिरी मैच भी खेला। भारत के लिए विराट ने 125 टी20 मैच खेले, जिसमें 48.69 की औसत के साथ 4188 रन बनाए। वह रोहित शर्मा के बाद इस प्रारूप में सबसे ज्यादा रन बनाने वालों में दूसरे नंबर पर हैं। कोहली ने अपने इस करियर में एक शतक और 38 अर्धशतक जमाए। वह टी20 विश्व कप के इतिहास में सबसे ज्यादा 1292 रन बनाने वाले बल्लेबाज भी हैं। उनके नाम टी20 विश्व कप में सबसे ज्यादा 15 अर्धशतक भी हैं।
कोहली ने अवॉर्ड लेने के दौरान संन्यास का एलान करते हुए कहा,  ‘यह मेरा आखिरी टी20 विश्व कप था, हम यही हासिल करना चाहते थे। एक दिन आपको ऐसा महसूस होता है कि आप दौड़ नहीं सकते और ऐसा होता है। ऊपर वाला महान है। अभी नहीं तो कभी नहीं जैसी स्थिति थी। भारत के लिए खेलते हुए यह मेरा आखिरी टी20 मैच था। हम उस कप को उठाना चाहते थे। ऐसा कुछ नहीं जिसकी मैं घोषणा नहीं करने वाला था। भले ही हम हार गए होते तो भी मैं संन्यास लेता। यह अगली पीढ़ी के लिए टी20 खेल को आगे ले जाने का समय है। आईसीसी टूर्नामेंट जीतने का इंतजार करते हुए हमारे लिए यह एक लंबा इंतजार रहा है। आप रोहित जैसे खिलाड़ी को देखें, उन्होंने नौ टी20 विश्व कप खेले हैं और यह मेरा छठा विश्व कप है। वह इस जीत के हकदार हैं।
वहीं, रोहित की बात करें तो उन्होंने अपने टी20 अंतराष्ट्रीय करियर की शुरुआत 2007 में टी20 विश्व कप ट्रॉफी जीतकर की थी। वह 2007 में धोनी की अगुआई में चैंपियन बनने वाली टीम का भी हिस्सा रहे थे। अब नौवें संस्करण में उन्होंने खुद अगुआई करते हुए भारत को टी20 विश्व कप चैंपियन बनाया और करियर का अंत भी एक चैंपियन के तौर पर किया। रोहित ने टीम इंडिया के लिए टी20 में बतौर कप्तान 50 मैच जीते हैं और यह एक रिकॉर्ड भी है। उनसे ज्यादा मैच अभी तक टी20 में किसी कप्तान ने नहीं जीते हैं।
संन्यास का एलान करते हुए रोहित ने कहा कि इससे बेहतर समय कुछ और नहीं हो सकता। उन्होंने कहा- मैं इस ट्रॉफी और टी20 विश्व कप जीतने के लिए बेताब था। मैं इसे जीतना चाहता था और अब ऐसा हो गया है। खुश हूं कि इस बार हम कामयाब रहे हैं। रोहित ने कहा कि वह टेस्ट और वनडे प्रारूपों में भारत के लिए खेलते रहेंगे, लेकिन वह सबसे छोटे फॉर्मेट से पीछे हट रहे हैं। रोहित ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भारत के ऐतिहासिक दूसरे टी20 विश्व कप खिताब का जश्न मनाते हुए कहा, ‘अलविदा कहने का इससे बेहतर समय नहीं हो सकता।’

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top